तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। हम दुश्मनी करे या मोहब्बत दिल से करते है कमी नहीं दिखेगी कभी दुसरों की शान में; जिस दिन �
तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। हम दुश्मनी करे या मोहब्बत दिल से करते है कमी नहीं दिखेगी कभी दुसरों की शान में; जिस दिन �